हमारे बारे में
देश की तरक्की में हो युवाओं की भागीदारी
विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र ‘भारत’, एक ऐसा देश जिसका इतिहास और सभ्यता तो सदियों पुरानी है लेकिन फिर भी यहाँ बसने वाली बड़ी संख्या में युवा आबादी के चलते इस देश को अभी भी युवाओं का देश कहा जाता है।
देश का इतिहास भी गवाह है कि जितने भी बड़े परिवर्तन यहां आए हैं उसमें प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से युवाओं की सहभागिता रही ही है। फिर वो चाहे छत्रपति शिवाजी महाराज का ‘हिन्दवी’ स्वराज का सपना हो या फिर स्वामी विवेकानंद का ‘विश्व बंधुत्व’ का सन्देश यह इस देश की मिट्टी में मिले युवाओं के दृढ संकल्प दर्शाता है।
अमर शहीद भगत सिंह हों या फिर चंद्रशेखर आजाद इन्होनें अपने यौवन की शक्ति एवं शौर्य और पराक्रम से ही अंग्रेजी हुकूमत के दांत खट्टे कर दिए थे। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आंदोलनों को सफल बनाने और उनके नेतृत्व में भारत को आजादी दिलाने में युवा नेताओं का महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है, यदि आजादी से लेकर अब तक के सात दशकीय समकालीन भारत के इतिहास की बात की जाए तो इस काल में भी हुए कई आंदोलनों और परिवर्तनों का नेतृत्व युवाओं ने ही किया है। कंप्यूटर क्रांति और नई आर्थिक नीति भी युवा मस्तिष्क की ही उपज थी।

IYUVA क्या है ?
उद्देश्य
