
थाणे पुलिस ने एक ऐसे फर्जी इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट का पर्दा फाश किया जो छात्रों को बिना परिक्षा दिए सर्टिफिकेट मुहैया कराने का दावा करता है और डिग्री मुहैया कराने के बदले छात्रों से मोटी रकम वसूल करते हैं। पुलिस के मुताबिक करोड़ी रोड सदर में एक इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट बिना सरकारी मान्यता के 14 सालों से चलता आ रहा है। पुलिस ने कुछ लोगों को इस मामले में हिरासत में लिया है लेकिन संचालक और ऑफिस स्टाफ की तलाश अब भी की जा रही है। ऐसे और मामले पहले भी देखने को मिले हैं, जिसका शिकार युवा बनते हैं। इसी तरह से युवाओं का शोषण किया जाता है। क्या इतने कमजोर हैं हमारे आज के युवा? यह शोषण युवा खुद ही रोक सकते हैं, बस जरूरत है आगे कदम बढ़ाने की। अगर इस युवा पीढ़ी के कदम राजनीति में पड़ें तो युवा पीढ़ी खुद का तो शोषण होने से रोक ही सकती है साथ ही देश हित के लिए अपना योगदान दे सकती है। बस यही कोशिश है Iyuva की, जो युवा पीढ़ी को राजनीति में 32% आरक्षण दिलाने की मांग करता है और साथ ही युवाओं को राजनीति में अपने कदम आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करता है।