
आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर और विडियोकोन कंपनी के वीडियोकॉन के प्रमोटर वेणुगोपाल धूत के खिलाफ चल रहे भ्रष्टाचार के मामले को लेकर वर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश किए गए। उनपर बैंक लोन में धोखाधड़ी का आरोप है। इससे पहले ईडी ने शुक्रवार को इस मामले में आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर और वीडियोकॉन के प्रमोटर वेणुगोपाल धूत के आवास और उनके दफ्तरों पर छापा मार कर कार्रवाई की थी। मुंबई में उनके 5 दफ्तरों और आवासीय परिसर समेत कुछ अन्य जगहों पर भी छापे मारे गए। बता दें चंदा कोचर, उनके पति और वीडियोकॉन के प्रमोटर वेणुगोपाल धूत के खिलाफ आईसीआईसीआई द्वारा कार्पोरेट ग्रुप को 1,875 करोड़ रुपये के लोन को मंजूरी देने के मामले में भ्रष्टाचार का आरोप लगा है। हमारे देश के हालात दिन प्रतिदिन बिगड़ते ही जा रहे हैं। भ्रष्टाचार इतना बढ़ गया है कि देश की रक्षा करने वाले ही खुद इसमें फसते जा रहे हैं। ऐसे में कोई ठोस कदम उठाने की जरूरत है। जब देश के सुरक्षाकर्मी ही गलत रास्ते पर जाएंगे तो आने वाली युवा पीढ़ी पर इसका क्या असर पड़ेगा? इस युवा पीढ़ी का भविष्य सुधारने के लिए क्यों न युवाओं को ही राजनीति में लाया जाए? ताकी देश के विकास को एक नई राह मिल सके। इसलिए युवाओं को राजनीति में 32% आरक्षण दिलाने के Iyuva के अभियान में हर युवा को साथ देना चाहिए।