देश की प्रगति के लिए युवाओं का योगदान जरूरी
भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन बस कुछ ही देर मे वतन वापसी कर रहे हैं और उनके स्वागत के लिए वाघा बॉर्डर पर हजारों लोग नजर आ रहे हैं। अगर सरहद पर सुरक्षा के लिए तैनात जवान के स्वागत के लिए भीड उमड़ पड़ी है तो राजनीती मे स्वागत के लिए इतना हुजुम क्यों नही। आखिर क्या भारत के संविधान में सिर्फ युवा ही बलिदान देते रहेगें। क्या राजनीति में आरक्षण मिलना युवाओं का हक नहीं है। इसी हक के लिए Iyuva ने राजनीति में 32% आरक्षण की मांग की है। जिनका उद्देश्य युवाओं को राजनीति में हिस्सा दिलाना …