चौकीदार नाम बदलने की जगह काम में चाहिए परिवर्तन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर अपना नाम बदल दिया है। जहां पहले उनका ट्विटर हैंडल नरेंद्र मोदी था अब उसे बदलकर ‘चौकीदार नरेंद्र मोदी’ कर दिया गया है। मोदी ही नहीं बल्कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय पीयूष गोयल ने भी अपने नाम के आगे ट्विटर पर चौकीदार लगा लिया है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने अपने ट्विटर अकाउंट से ‘जिसने बनाया स्वच्छता को संस्कार…वो है चौकीदार।’ नाम के कैप्शन के साथ एक वीडियो भी शेयर किया है। पर क्या नाम के आगे चौकीदार लगाने से देश में भ्रष्टाचार, बलात्कार जैसी अपराध खत्म हो जाएंगे। देश में नाम की …
इस होलिका दहन में हो भ्रष्टाचार और सत्ता के लालच का हो नाश…
भारत में होलिका दहन को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है। होलिका दहन पर कईं अलग-अलग कहानियां भी प्रचलित है। हिंदु धर्म में होली की सबसे प्रचलित कथा भगवान कृष्ण और राधा रानी की है। इस कथा में राक्षसी पूतना एक सुंदर स्त्री का रूप धारण कर बालक कृष्ण के पास जाती है और उन्हें जहरीला दूध पिलाने की कोशिश करती हैं। लेकिन कृष्ण उसको मारने में सफल रहते हैं। पूतना का देह गायब हो जाता है और बाल कृष्ण को जीवित देख सभी गांववालों में खुशी की लहर दौड़ पड़ती है फिर सब मिलकर …
युवाओं के राजनीति में 32% आरक्षण से ही संभव देश का विकास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को राहुल गांधी के ‘चौकीदार चोर है’ के आरोप पर जवाब दिया। उन्होंने ट्वीट किया- आपका चौकीदार मजबूती के साथ खड़ा है और देश की सेवा में जुटा है। लेकिन मैं अकेला नहीं हूं। ऐसा हर व्यक्ति जो भ्रष्टाचार, गंदगी और समाज के दुश्मनों से लड़ रहा है, वह चौकीदार है। जो भी व्यक्ति भारत के विकास के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है, वह चौकीदार है। आज हर भारतीय कह रहा- मैं भी चौकीदार हूं। इसी लिए देश के हर व्यक्ति को अपने हक और अधिकार के लिए खड़े होना चाहिए। जिस अधिकार में …
हादसों की जगह जरूरत है देश में उन्नति की
मुंबई के सीएसटी स्टेशन के पास हुए पुल हादसे में एक बड़ा खुलासा हुआ है। शुरुआती जांच की रिपोर्ट में हादसे के पीछे बीएमसी की गलती नज़र आ रही है। गुरुवार हुए हादसे के बाद से ही रेलवे और बीएमसी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। सामने आई रिपोर्ट की मानें तो कुछ समय पहले जब अंधेरी में पुल हादसा हुआ था तब इस पुल का भी ऑडिट हुआ था। यह पुल 1981 में बना था और जिसकी जिम्मेदारी बीएमसी के इंजीनियरों के पास दी गई थी। क्या फायदा ऐसी सरकार को जो अपने कार्यों में अनदेखी के चलते …
दुनिया को भी युवाओं की अहमियत समझने की है जरूरत
जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित करवाने के लिए भारत ने अबकी बार पूरी तैयारी की है। पहले कई बार ऐसा हुआ है कि चीन सबूत ना होने का बहाना बना कर अपना वीटो पावर का इस्तेमाल मसूद अजहर के हक में करता है, लेकिन इस बार उसके लिए ऐसा करना आसान नहीं होगा। क्योंकि भारत कई ऐसे सबूत UNSC में रखने वाला है जो मसूद अजहर की मुश्किलें बढ़ाएंगे। पर क्या भारत या फिर किसी अन्य देशों ने मिलकर युवाओं के लिए राजनीति में आरक्षण के फैसले पर एक साथ हुए हैं। भारत या अन्य देश …
नेताओं को गांधी जी की तरह युवाओं के लिए सोचने की है जरूरत
ट्विटर पर दस्तक देने के एक महीने बाद मंगलवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपना पहला ट्वीट करते हुए उन्होंने साबरमती आश्रम का जिक्र करते हुए महात्मा गांधी के एक कथन का हवाला देते हुए कहा कि राष्ट्रपिता हमेशा हिंसा के खिलाफ रहे। पर क्या कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और अन्य नेताओं ने गांधी जी की तरह युवाओं के लिए सोचा है? गांधी जी ने अलग-अलग आंदोलनों के जरिये देश की स्वतंत्रता और भविष्य के लिए सोचा है। इसलिए अब जरूरत है कि देश की राजनीतिक पार्टियां भी युवाओं के लिए सोचें और उन्हें राजनीति से जुड़ने का …
सरहद की सुरक्षा के साथ देश को भी संभाल सकता है युवा
दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल इलाके के पिंगलिश में जैश के आतंकियों के खिलाफ सुरक्षाबलों के जारी ऑपरेशन में बड़ी कामयाबी मिली। जिसमें जैश के कमांडर मुद्दसिर खान को ढेर हो गया है। पर क्या देश का युवा सिर्फ देश की सुरक्षा में ही अपना योगदान दे सकता है, क्या देश की राजनीति में उसकी कोई जगह नही? यह सवाल हर युवा के मन में है। लेकिन वह अपने हक के लिए नहीं लड़ पाता है। इसलिए राजनीति में युवाओं के हक के लिए Iyuva यह मांग करता है कि युवाओं को राजनीति में उनके अधिकार के साथ-साथ …
एयर स्ट्राइक पर विपक्ष की राजनीति क्या सही है?
भारतीय वायुसेना के पाकिस्तान के बालाकोट में होने वाली सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत की मांग करते हुए विपक्ष लगातार गंदी राजनीति खेल रहा है। वहीं पाकिस्तानी मीडिया कांग्रेस सहित कई विपक्षी पार्टियों के सरकार से सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगने पर जमकर सुर्खियाँ बटोरी रही है। साथ ही पाकिस्तान में दिग्विजय सिंह और राहुल गांधी की जमकर तारीफ भी हो रही है। देखा जाये जहा देश को एकजुट होकर सेना का मनोबल बढ़ाना चाहिए। वहीं दूसरी तरफ देश की विपक्ष पार्टियां देश के मनोबल को बढ़ाने की बजाय उनके किए एयरस्ट्राइक का सबूत मांग रही है। ऐसी राजनीति का क्या …
चुनावों के प्रचार-प्रसार का जरिया युवा क्यों?
भारतीय राजनीति में जब भी नेताओं को जनता की जरूरत वोट बैंक के लिए पड़ती है तो वह हमेशा दो ही समाज के लोगों से जुड़ा होता है, किसान और नौजवान। किसान से जुड़ा मुद्दा साल भर चलता है पर जब बात युवाओं से जुड़े मुद्दों की बात चुनावों के शुरू होने के साथ शुरू हो जाता है और चुनाव खत्म होते ही खत्म हो जाता है। जिनमें बेरोजगारी जैसे मुद्दे आते हैं। पर बात जब युवाओं को राजनीति से जोड़ने की आती है तो वह उन्हें मौका देने से कतराते हैं। युवाओं को अगर मौका दिया भी जाये तो …
फिल्मी जगत के लोग ही राजनीति में, आम युवा क्यों नही?
फिल्मों में काम करने के बाद ही क्यों कलाकार ही राजनीति से जुड़ते हैं। देश की राजनीति में फिल्मी जगत के कईं ऐसे लोग हैं जो फिल्मों में अपने करियर का चुनाव करने के बाद राजनीति में घुसे हैं। क्या उन लोगों के पास पहले यह राजनीति का चुनाव करने का ऑप्शन नही। देश की राजनीति में सबसे बड़ी समस्या है कि वह फिल्मी जगत के लोगों को हो तो वह कुछ नहीं सोचते। और कहते है कि इन्हें उनकी समस्याओं का पता ही नहीं है। और उनमें अभी अनुभव की भी कमी है। जबकि वह उन समस्याओं के बीच …