चंद्रशेखर आजाद की पुण्यतिथि, पढ़े कहानी…
आजादी की आस लिए आजादी की राह पर निकले थे आजाद। अंग्रेजों से लड़ने को उठे थे इस युवा के दो हाथ। जिन्होंने दिलाई थी भारत मां को आजादी, वो थे चंद्रशेखर आजाद। वैसे भारत को आजाद करने के लिए बहुत से युवा क्रांतिकारियों ने अपना योगदान दिया। जिन्हें भारत कभी भूल नहीं सकता। उन्हीं युवा क्रांतिकारियों में से एक थे आजाद। जिन्होंने किए थे न्यौछावर देश की आजादी के लिए अपने प्राण। चंद्रशेखर 14 साल की उम्र में ही ब्रिटिश सरकार के खिलाफ चलाए जा रहे गांधी जी के असहयोग आंदोलन से जुड़ गए लेकिन उन्हें कुछ ही समय …
‘इन्कलाब जिंदाबाद’ नारे के साथ हंसते-हंसते दी जान
23 मार्च 1931 का वह काला दिन जब ब्रिटिश सरकार ने एक साथ तीन लोगों को फांसी दी। जिसमें एक नाम था भगत सिंह। भगत सिंह को जब फांसी हुई उस वक्त उनकी उम्र महज 23 साल की थी। उनकी चाहत थी कि ब्रिटिश हाथों में जकड़ा हुआ गुलाम भारत आजाद हो जाए। जिसके लिए उन्होंने कई कोशिशें की। भगत सिंह ने अपने एक क्रांतिकारी साथी के साथ मिलकर नई दिल्ली की सेंट्रल एसेंबली में 8 अप्रैल 1929 को बम और पर्चें फेंके। जिसके बाद भारत का हर एक नागरिक जान गया कि आखिर भगत सिंह है कौन। भगत सिंह ने …