
मनोहर पर्रिकर की मौत के बाद गोवा का मुख्यमंत्री किसे बनाया जाए, यह भाजपा के लिए सबसे बड़ी चुनौती थी। देर रात चली बैठक में गहरे विचार होने के बाद आपसी सहमति से मुख्यमंत्री का रूप में प्रमोद सावंत को चुना गया। सोमवार देर रात 2 बजे सावंत को शपथ दिलाई गई। बता दें सावंत 46 साल के हैं। हमारे देश को ऐसे ही युवा नेताओं की जरूरत है, जो देश को भली-भांति चला सकें, देश का विकास कर सकें। लेकिन मुद्दा यहां ये है कि जब पर्रिकर की मौत के बाद युवा सीएम चुना गया तो इससे पहले यह कदम क्यों नहीं उठाया गया? देश को ऐसे ही युवा नेताओं की जरूरत है। जिसके लिए उन्हें राजनीति में आरक्षण देना चाहिए। यही कोशिश है Iyuva की, जिसकी मांग है कि युवाओं को राजनीति में 32% आरक्षण मिलना चाहिए। साथ ही जो नेता 70 साल से ज्यादा के हैं उनका राजनीति से बहिष्कार होना चाहिए।