
ट्विटर पर दस्तक देने के एक महीने बाद मंगलवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपना पहला ट्वीट करते हुए उन्होंने साबरमती आश्रम का जिक्र करते हुए महात्मा गांधी के एक कथन का हवाला देते हुए कहा कि राष्ट्रपिता हमेशा हिंसा के खिलाफ रहे। पर क्या कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और अन्य नेताओं ने गांधी जी की तरह युवाओं के लिए सोचा है? गांधी जी ने अलग-अलग आंदोलनों के जरिये देश की स्वतंत्रता और भविष्य के लिए सोचा है। इसलिए अब जरूरत है कि देश की राजनीतिक पार्टियां भी युवाओं के लिए सोचें और उन्हें राजनीति से जुड़ने का मौका दें। जिसके लिए Iyuva सालों से कोशिश कर रहा है। Iyuva की यह मांग है कि युवाओं को राजनीति से जोड़ने के साथ-साथ युवाओं को राजनीति में 32% आरक्षण भी मिले।