70 से अधिक उम्र के नेताओं को वोट न देकर करें विरोध

70 से अधिक उम्र के नेताओं को वोट न देकर करें विरोध

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने जानकारी दी है कि कंप्यूटर की बुद्धि क्षमता किस तरह से काम करती है इसकी जानकारी अब स्कूल स्तर पर ही विद्यार्थी ले सकेंगे। सीबीएसई द्वारा सत्र 2019-20 से कृत्रिम बुद्धिमता (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस) को विषय के रूप में जोड़ जा रहा है। इशके साथ ही दो विषय बचपन की देखभाल और शिक्षा (अरली चाइल्डहुड केयर एजुकेशन) और योगा की पढ़ाई भी शुरू करने जा रहा है। इन तीनों विषयों को छात्र वैकल्पिक विषय के तौर पर पढ़ सकते हैं। बोर्ड की मानें तो 9वीं से 12वीं तक के लिए यह शुरू किया गया है।

कुल मिलाकर देखा जाए तो आने वाली युवा पीढ़ी को मजबूत बनाने की पूरी कोशिश की जा रही है। उनकी शिक्षा पर ध्यान दिया जा रहा है। लेकिन इसके साथ आज की युवा पीढ़ी को भी मजबूत बनाने की जरूरत है। उन्हें देश की राजनीति से जोड़ना चाहिए। ताकी देश का विकास युवाओं की नई सोच और समझ के साथ हो सके, क्योंकि देश का विकास युवाओं के भविष्य पर टिका होता है। इसके बावजूद राजनीति में सिर्फ 70 से अधिक उम्र के लोगों को तवज्जो दी जाती है। देश को युवा सोच और समझादारी की जरूरत होती है, तो क्यों न इस बार एक संकल्प लिया जाए कि 70 से अधिक उम्र के नेताओं को वोट न देकर विरोध किया जाए।

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