
पंजाब नेशनल बैंक से हजारों करोड़ का लोन फ्रॉड करके भागे हीरा कारोबारी नीरव मोदी की लंदन में गिरफ्तारी से विपक्षी दल कोई खास प्रभावित नहीं दिख रहे हैं। गिरफ्तारी को लेकर अधिकांश विपक्षी नेता सवाल पूछ रहे हैं कि वह देश छोड़ने में कामयाब कैसे हुआ था? इसके साथ ही लोकसभा चुनाव से ठीक पहले हुई इस कार्रवाई की टाइमिंग को लेकर भी विपक्षी दलों ने सवाल उठाए हैं। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने नीरव मोदी की गिरफ्तारी को लेकर कहा कि इसमें मोदी सरकार को कोई श्रेय नहीं जाता है। उन्होंने सवाल किया, ‘ये उपलब्धि है? जाने किसने दिया था?’ वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने सरकार पर हमला किया और कहा कि बीजेपी ने नीरव मोदी को देश से भागने में मदद की थी। उन्होंने कहा, ‘वे उसे चुनाव के लिए वापस ला रहे हैं और चुनाव के बाद वापस भेज देंगे।’ यह हैं देश के राजनेता जो देश की कामयाबी पर भी एक दूसरे पर आरोप लगाने से भी पीछे नही हटते। चुनावों के शुरू होते ही देश के माननीय नेता अपनी गंदी राजनीति शुरू कर देते हैं। जिससे नुकसान सिर्फ देश की जनता का होता है। इसीलिए ऐसे नेताओं को राजनीति में लाने की बजाय देश के युवाओं को राजनीति में लाना होगा। जिसके लिए Iyuva मांग करता है कि देश के युवाओं को राजनीति 32% आरक्षण मिले जिससे देश का विकास हो सकें। जिससे एक सुखी और समृद्ध राष्ट्र का निर्माण हो सके।