देश की राजनीति में भी जरूरत है कमांडर अभिनंदन जैसे शूरवीर युवाओं की…
देश के युवा अपनी जान को खतरे में डालकर देश को सम्मान दिलाता है। ऐसे ही भारतीय सीमा में दाखिल पाकिस्तानी विमान को खदेड़ते हुए भारतीय वायु सेना का मिग 21 बायसन विमान के कमानंडर ने दिखाया। लेकिन इसी बीच वह विमान पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में क्रैश हो गया, जिसके बाद भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को पाकिस्तान में गिरफ्तार कर लिया। देश के जवान युवा सीमा पर लड़कर देश के सम्मान और सुरक्षा के लिए जान देने से लेकर खतरा उठाने पर लगे हैं। वहीं दूसरी तरफ देश के बुजुर्ग नेता राजनीतिक खेल खेलने में लगें …
जब देश के लिए जान गंवाने को तैयार है युवा, फिर राजनीति से क्यों कतराता है…
भारत और पाकिस्तान के बीच जहां एक तरफ दोनों देशों के बीच तनाव का माहौल है। वहीं दूसरी तरफ देश के युवाओं यानी भारतीय वायुसेना के जवानों ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में एयरस्ट्राइक करके अदम्य साहस का परिचय दिया। लेकिन बुधवार को जम्मू कश्मीर के बडगाम में वायुसेना का हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ। जिसने एमआई-17 ट्रांसपोर्ट चॉपर ने श्रीनगर से उड़ान भरी, इस हादसे में दोनों पायलट शहीद हो गए हैं। देश के लिए जान गंवाकर देश के युवा अदम्य साहस का परिचय देते हुए अगर सेना में जवान देश की सुरक्षा के तत्पर रह सकते हैं तो देश की राजनीति …
चंद्रशेखर आजाद की पुण्यतिथि, पढ़े कहानी…
आजादी की आस लिए आजादी की राह पर निकले थे आजाद। अंग्रेजों से लड़ने को उठे थे इस युवा के दो हाथ। जिन्होंने दिलाई थी भारत मां को आजादी, वो थे चंद्रशेखर आजाद। वैसे भारत को आजाद करने के लिए बहुत से युवा क्रांतिकारियों ने अपना योगदान दिया। जिन्हें भारत कभी भूल नहीं सकता। उन्हीं युवा क्रांतिकारियों में से एक थे आजाद। जिन्होंने किए थे न्यौछावर देश की आजादी के लिए अपने प्राण। चंद्रशेखर 14 साल की उम्र में ही ब्रिटिश सरकार के खिलाफ चलाए जा रहे गांधी जी के असहयोग आंदोलन से जुड़ गए लेकिन उन्हें कुछ ही समय …
राजनीति में युवाओं की भागीदारी को लेकर कॉलेज छात्रों से हुई बातचीत
देश की राजनीति में युवाओं के लिए 32% आरक्षण के साथ देश में चल रही वर्तमान राजनीति के बारे में युवाओं के विचार जानने के लिए Iyuva के एंकर नोएडा के IMS कॉलेज में गये जहां युवाओं के लिए राजनीति की अहमियत से लेकर युवाओं की भागीदारी तक पर सवाल किये गए। जिनमें युवाओं से अलग-अलग प्रतिक्रिया मिली। …
भारत के पिछड़ने की एक यह भी वजह, जानिए
भारत देश लोकतांत्रिक होने के साथ विकासशील देश है, जो विकास की ओर अग्रसर है। अगर बात करें देश के युवाओं की तो देश के विकास में युवाओं का अहम रोल होता है जो देश को विकसित राष्ट्र बनाता है, आमतौर पर लोकतांत्रिक तरीके से एक राष्ट्र में सामाजिक सामंजस्य, आर्थिक समृद्धि और राजनीतिक स्थिरता के निर्माण में सभी नागरिकों को उलझाने की एक रचनात्मक प्रक्रिया है। युवा एक राष्ट्र का केंद्र बिंदू हैं। अधिक मजबूत युवा ही अधिक विकसित राष्ट्र का निर्माण करते है। राष्ट्र-निर्माण में युवाओं की भूमिका केंद्रीय स्थान पर होती हैं। इसलिए देश में युवाओं को …
वायुसेना के एयर स्ट्राइक पर युवाओं में दिखी खुशी, ‘भारत माँ की जय’ के लगाए नारे
अधिक जानकारी के लिए देखें वीडियो https://www.facebook.com/100008349070154/videos/2277358819219065/ भारतीय वायुसेना के जवानों ने पाकिस्तान को पुलवामा हमले का करारा जवाब देते हुए अपनी ताकत दिखा ही दी। आखिर भारत के वायुसेना ने भारतीय युवाओं के उबलते खून को शांत कर दिखाया। जो युवा कल तक पुलवामा हमले को लेकर गुस्से से भरा हुआ था वो आज भारतीय वायुसेना की इस एयर स्ट्राइक से इतना खुश है कि सड़कों पर उनकी खुशी देखी जा सकती है। भारत ने पाक को ऐसा मुंह तोड़ जवाब दिया है कि पाक भारत से कभी उलझने की कोशिश न करें। भारतीय वायुसेना ने सुबह 3:30 बजे 1000 …
‘इन्कलाब जिंदाबाद’ नारे के साथ हंसते-हंसते दी जान
23 मार्च 1931 का वह काला दिन जब ब्रिटिश सरकार ने एक साथ तीन लोगों को फांसी दी। जिसमें एक नाम था भगत सिंह। भगत सिंह को जब फांसी हुई उस वक्त उनकी उम्र महज 23 साल की थी। उनकी चाहत थी कि ब्रिटिश हाथों में जकड़ा हुआ गुलाम भारत आजाद हो जाए। जिसके लिए उन्होंने कई कोशिशें की। भगत सिंह ने अपने एक क्रांतिकारी साथी के साथ मिलकर नई दिल्ली की सेंट्रल एसेंबली में 8 अप्रैल 1929 को बम और पर्चें फेंके। जिसके बाद भारत का हर एक नागरिक जान गया कि आखिर भगत सिंह है कौन। भगत सिंह ने …
निःशुल्क और अनिवार्य शिक्षा के अनुयायी थे मौलाना आजाद…
कवि, लेखक, पत्रकार और भारतीय स्वतंत्रता सेनानी मौलाना अबुल कलाम आज़ाद या अबुल कलाम गुलाम मुहियुद्दीन का जन्म 11 नवंबर 1988 को हुआ। वह भारत की आजादी के बाद वह एक महत्त्वपूर्ण राजनीतिक रहे। वह महात्मा गांधी के सिद्धांतों का समर्थन करते थे। उन्होंने हिंदू-मुस्लिम एकता के लिए कार्य किया, तथा वे अलग मुस्लिम राष्ट्र (पाकिस्तान) के सिद्धांत का विरोध करने वाले मुस्लिम नेताओ में से भी थे। खिलाफत आंदोलन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। आजादी के बाद वह भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के रामपुर जिले से 1952 में सांसद चुने गए और वह भारत के पहले शिक्षा मंत्री …
युवाओं को स्वतंत्रता का महत्व समझाने के लिए किया था प्रेरित
पंजाब के लायलपुर शहर में जन्मे सुखदेव थापर भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक प्रमुख क्रांन्तिकारी थे। जिन्हें 23 मार्च 1931 को फाँसी पर लटका दिया गया था। इनकी शहादत को आज भी सम्पूर्ण भारत में सम्मान के नजरिए से देखा जाता है। सुखदेव हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन के सदस्य थे। वह पंजाब और उत्तर भारत के अन्य शहरों में क्रांतिकारी गतिविधियाँ सम्भालते थे। उनका जीवन देश और देश हित को पूरी तरह समर्पित था। उन्होंने लाहौर के नेशनल कालेज में युवाओं को भारत का गौरवशाली इतिहास बताकर उनमें देशभक्ति जगाने का काम भी किया था। लाहौर में ही सुखदेव ने …
चन्द्रशेखर आजाद ने दिखाई थी आजादी की राह
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक और लोकप्रिय स्वतंत्रता सेनानी चन्द्रशेखर आजाद का जन्म 23 जुलाई, 1906 को मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले के भाबरा नामक जगह पर हुआ। उनके पिता का नाम पंडित सीताराम ईमानदार, स्वाभिमानी, साहसी और वचन के पक्के थे। यही गुण चंद्रशेखर को अपने पिता से विरासत में मिले थे। क्रांतिकारी आंदोलन उग्र होने के दौरान चन्द्रशेखर आजाद ‘हिन्दुस्तान सोशलिस्ट आर्मी’ से जुड़े। रामप्रसाद बिस्मिल के नेतृत्व में आजाद ने काकोरी षड्यंत्र में सक्रिय भाग लिया और पुलिस की आंखों में धूल झोंककर फरार हो गए। 17 दिसंबर, 1928 को चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह और राजगुरु ने शाम के समय …