मंहगाई के बीच क्यों फंसता चला जा रहा युवा वर्ग?
पेट्रोल और डीजल की कीमतों बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है। देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 8 पैसे प्रति लीटर महंगा हुआ जबकि डीजल की कीमतों में 12 पैसे की बढ़ोतरी हुई है। इस बढ़ती महंगाई का सबसे ज्यादा उन लोगों पर पड़ रहा जो रोजाना सफर करते हैं । जिनमें सबसे ज्यादा युवा वर्ग के लोग आते हैं। जिन्हें रोजाना मंहगाई जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है पर वह इसके खिलाफ आवाज नहीं उठा पाते। उनका मानना है कि राजनीति में आने से वह भ्रष्टाचार, बेरोजगारी वाले मसलों में फंस जायेंगे और अपने भविष्य की तरफ ध्यान नहीं …
भ्रष्टाचार रोकने के लिए युवाओं को राजनीति में लाना हुआ जरूरी?
भारत ने आतंकवाद के खिलाफ न केवल पाकिस्तान में कार्रवाई की है बल्कि देश में भी आतंक को बढ़ावा देने वाले संगठनों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। जम्मू-कश्मीर में कट्टरपंथी संगठन जमात-ए-इस्लामी के खिलाफ सरकार ने बड़ा ऐक्शन लेते हुए पहले तो गुरुवार को केंद्र सरकार ने कश्मीर घाटी के इस संगठन पर बैन लगाया और फिर जमात के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है। जिसमें कई नेताओं को हिरासत में ले लिया गया है। साथ ही उनके खिलाफ UAPA (अनलॉफुल ऐक्टिविटी प्रिवेन्शन ऐक्ट) के तहत कार्रवाई की जा रही है। वहीं, रिपोर्ट्स के मुताबिक अकेले श्रीनगर में …
देश की राजनीति में वंशवाद क्यों अपने पैर-पसार रहा?
हमारे देश में वैसे तो बहुत सी चीजों में राजनीति खेली जाती है। लेकिन यहां अहम मुद्दा राजनीति का ही है। लोग राजनीति में ही रहकर राजनीति खेलते हैं। कहने का मतलब है कि राजनीति में किसी ऐसे व्यकित को नही चुना जाता जो राजनीति में रूचि तो रखता है। लेकिन राजनीति में किसी से अच्छे संबन्ध नही हैं। बल्कि ऐसे व्यकित को चुना जाता है जो पहले से किसी पद पर स्थित व्यक्ति के घर से हो या नाते-रिश्तेदार में से हो। साफ शब्दों में कहे तो राजनीति में वंशवाद का ही बोलबाला है। जबकि युवाओं के देश में …
युवाओं के राजनीति में आरक्षण के सवाल पर बॉलीवुड का साथ क्यों नहीं ?
भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच पाकिस्तान ने ऐलान के बाद भारतीय वायुसेना के पायलट अभिनंदन को रिहा किया गया। अभिनंदन की रिहाई और भारत वापसी की खबर से हर तरफ खुशी दिखाई दे रही है। इस खुशी का इजहार बॉलीवुड में भी देखने को मिला। अभिनंदन की वापसी पर बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री और मथुरा से बीजेपी की सांसद हेमा मालिनी ने अभिनंदन की रिहाई पर खुशी जताई। लेकिन क्या यह खुशी युवाओं के राजनीति मे भाग लेने के मामले में भी दिखाई क्यों नहीं देती। एक तरफ जवान देश की सुरक्षा के लिए लड़ते …
देश की प्रगति के लिए युवाओं का योगदान जरूरी
भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन बस कुछ ही देर मे वतन वापसी कर रहे हैं और उनके स्वागत के लिए वाघा बॉर्डर पर हजारों लोग नजर आ रहे हैं। अगर सरहद पर सुरक्षा के लिए तैनात जवान के स्वागत के लिए भीड उमड़ पड़ी है तो राजनीती मे स्वागत के लिए इतना हुजुम क्यों नही। आखिर क्या भारत के संविधान में सिर्फ युवा ही बलिदान देते रहेगें। क्या राजनीति में आरक्षण मिलना युवाओं का हक नहीं है। इसी हक के लिए Iyuva ने राजनीति में 32% आरक्षण की मांग की है। जिनका उद्देश्य युवाओं को राजनीति में हिस्सा दिलाना …
युवाओं को राजनीति में भी मिलना चाहिए 32% आरक्षण
देश में युवाओं के लिए नई- नई योजनाए बनाई जाती है। रोजगार योजना,. प्रशिक्षण योजना आदि ऐसी कई योजनाए हैं जो युवाओं के हक के लिए आवाज उठाती हैं लेकिन ऐसे भी युवा होते हैं जो सिर्फ अपना ही नहीं दूसरों का भी भविष्य संवारना चाहते हैं। वहीं लोग युवाओं को रोजगार देने के लिए प्रशिक्षण तो देते हैं लेकिन उनको राजनीति में लाने के लिए कोई प्रेरण नहीं देता बल्कि गंदी राजनीति बोलकर उनका मनोबल तोड़ दिया जाता है। इसी सोच को तोड़ने और युवाओं को राजनीति में लाने के लिए Iyuva संगठन की शुरूआत की गई, जो युवाओं …
देश के लिए युवाओं का योगदान अमूल्य है, आखिर कब समझेंगे राजनेता…
देश के जांबाजों के एयर स्ट्राइक को जहां पूरा देश भारतीय वायुसेना को सलाम कर रहा है। वहीं दूसरी तरफ भारतीय वायुसेना के किए एयरस्ट्राइक पर राजनीति शुरु हो गई है। त्रिमूल कांग्रेस की पार्टी सुप्रीमो ममता बैनर्जी ने बयान दिया है कि अगर ऐसा कोई एयरस्ट्राइक किया गया है तो सबूत दें। जहां एक तरफ देश के जवानों और युवाओं में देश के प्रति कुछ कर दिखाने का जज्बा दिख रहा है। वहीं दूसरी तरफ राजनीतिक पार्टिया उस जज्बे को खत्म करने की कोशिश कर रही है। इसीलिए ऐसी राजनीतिक पार्टियों को वोट देने की बजाय उन युवाओं को राजनीति …
चुनावों के माहौल में युवाओं का भी हो राजनीति में साथ…
देश में एक तरफ जहां दो देश भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चल रहा है। वहीं दूसरी तरफ चुनाव का माहौल भी बनता जा रहा है। लोकसभा चुनाव के मुहाने पर देश खड़ा है, इसी बीच चुनाव आयोग ने घोषणा की है कि आम चुनाव अपने तय समय से होंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त से जब भारत पाकिस्तान तनाव के बीच चुनाव कार्यक्रम के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ”चुनाव समय पर ही होंगे.” जानकारी के मुताबिक चुनाव आयोग मार्च के पहले हफ्ते में तारीखों का एलान कर सकता है। पर आम चुनाव में क्या आम लोग यानी …
चुनावों के प्रचार-प्रसार का जरिया युवा क्यों?
भारतीय राजनीति में जब भी नेताओं को जनता की जरूरत वोट बैंक के लिए पड़ती है तो वह हमेशा दो ही समाज के लोगों से जुड़ा होता है, किसान और नौजवान। किसान से जुड़ा मुद्दा साल भर चलता है पर जब बात युवाओं से जुड़े मुद्दों की बात चुनावों के शुरू होने के साथ शुरू हो जाता है और चुनाव खत्म होते ही खत्म हो जाता है। जिनमें बेरोजगारी जैसे मुद्दे आते हैं। पर बात जब युवाओं को राजनीति से जोड़ने की आती है तो वह उन्हें मौका देने से कतराते हैं। युवाओं को अगर मौका दिया भी जाये तो …
आतंकवाद के मुद्दे के साथ युवाओं के राजनीति में आरक्षण के मुद्दे पर जोर क्यों नहीं?
दुनिया में आतंकवाद को खत्म करने के लिए हर एक देश कोशिश कर रहा है। जिसमें भारत बढ़चढ़ कर आगे आ रहा है। इसी तरफ विदेश मंत्री सुषमा स्वराज संयुक्त अरब अमीरात में इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) में विदेश मंत्रियों की बैठक में आतंक का मुद्दा उठा सकती है। सुषमा स्वराज एक मार्च को अबू धाबी में बैठक के उद्घाटन सत्र को सम्मानित अतिथि के रूप में संबोधित करेंगी। देश की राजनीति से जुड़े लोग आतंकवाद के मुद्दों पर एक साथ आकर कदम उठाते हैं तो देश की राजनीति के सवाल पर वही लोग चुप क्यों बैठ जाते हैं? राजनीति …