
युवाओं को पढ़ा लिखा कर आमिर बनाने का झांसा देकर युवाओं की तस्करी के मामले बढ़ते जा रहे है। युवाओं को दूसरे राज्यों से लाया जाता है और उसके बाद उन्हें 5 से 20000 हज़ार में बेचा दिया जाता है। जिसके बाद लोगों से जबरन नशीले पदार्थो की तस्करी कराई जाती है। हरियाणा बाल संरक्षण आयोग और बाल कल्याण समिति की जांच में अहम जानकारी हाथ लगी है। जानकारी के मुताबिक दिल्ली का एक गिरोह भी इसमें शामिल है। युवाओं को झारखण्ड से लाया जाता है इसके बाद मासूमों को हरियाणा के रोहतक, पानीपत, सोनीपत, कैथल, फतेहाबाद, भिवानी, झज्झर के अलावा वेस्ट यूपी, राजस्थान और दिल्ली के विभिन्न स्थानों पर बेचा जाता था। और वहां उनसे नशीले पदार्थों की तस्करी भी जबरन कराई जाती थी अपने साथ हो रहे अपराधों को युवा पीढ़ी ही रोक सकती है। बस ज़रूरत है तो युवाओ के राजनीति में कदम रखने की। बस यही एक कोशिश है आज की युवा पीढ़ी को राजनीति में 32% आरक्षण मिले ताकि वह अपने साथ हो रहे अपराधों को रोक सकें। जिसके लिए Iyuva लगातार प्रयास कर रहा है ताकि युवाओं को राजनीति में उनके हक के साथ राजनीति में 32% आरक्षण मिलें।