
मुंबई के सीएसटी स्टेशन के पास हुए पुल हादसे में एक बड़ा खुलासा हुआ है। शुरुआती जांच की रिपोर्ट में हादसे के पीछे बीएमसी की गलती नज़र आ रही है। गुरुवार हुए हादसे के बाद से ही रेलवे और बीएमसी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। सामने आई रिपोर्ट की मानें तो कुछ समय पहले जब अंधेरी में पुल हादसा हुआ था तब इस पुल का भी ऑडिट हुआ था। यह पुल 1981 में बना था और जिसकी जिम्मेदारी बीएमसी के इंजीनियरों के पास दी गई थी। क्या फायदा ऐसी सरकार को जो अपने कार्यों में अनदेखी के चलते हादसों का कारण बनते जा रहे हैं। जिससे कईं लोग मौत का शिकार हो रहे है। जरूरत है ऐसे युवाओं की जो देश की जिम्मेदारियों को बिना किसी अनदेखी के पूरा करें। इसीलिए युवाओं को राजनीति में जोड़ने के साथ-साथ देश की सुरक्षा की जिम्मेदारियों को बखूबी निभा सकें। और Iyuva इसी ओर एक कदम बढ़ाते हुए देश में युवाओं को राजनीति से जोड़ने और युवाओं के लिए राजनीति में 32% आरक्षण की मांग करता है। जिससे भारत का भविष्य सुंदर होने के साथ सुरक्षित भी हो।