
दुनिया में जहां एक तरफ अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जा रहा हैं। वहीं महिलाओं के खिलाफ हिंसा की वारदातें बढ़ती जा रही है। भारत में महिलाओं पर होती हिंसा, जुर्म और भेदभाव से क्या देश का विकास हो सकेगा? देश के अलग-अलग हिस्सों में यहां तक की राजधानी दिल्ली में भी महिलाओं के खिलाफ होने वाली हिंसक वारदातें खत्म होने का नाम नही ले रही है। क्यों देश की सरकार महिलाओं के लिए कदम नहीं उठाती? जरूरी है कि देश में ऐसी सरकार आए जो महिलाओं की रोजमर्रा की परेशानियों को समझें और उनकी सुरक्षा के लिए कदम उठाए। देश में कानून बनाने से महिलाओं की सुरक्षा नही होगी बल्कि एक ऐसी सरकार बनाने से होगी जो महिलाओं की दिक्कतों को समझे औऱ वह है युवा सरकार। भारत के ज्यादात्तर युवा अपनी परेशानियों से रोजाना जूझते है और उन्हें पता है कि महिलाओं को रोजाना किस-किस तरह की सम्स्याओं का सामना करना पड़ता है। इसीलिए देश में युवा सरकार का होना जरूरी हो गया है। वहीं इसी सोच को आगे बढ़ाने का काम Iyuva कर रहा है जो देश की राजनीति में युवाओं के लिए 32% आरक्षण की मांग करके युवाओं के लिए एक नई और साफ-सुथरी राजनीति का निर्माण कर सके।