
देश में युवा सर्वोपरि है तो वहीं दूसरी तरफ उसे कमजोर और अनुभवहीन समझा जाता है। लेकिन एक युवा ही है जो देश के लिए कुछ कर गुजरने की हिम्मत रखता है। देश के हालातों को देखकर इस बात को नकारा नही जा सकता हम सभी जानते है कि देश में युवाओं के जज्बे और हिम्मत को कितना सराहा जा रहा है। साथ ही पाक की गिरफ्त से वापस आये वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान का भी भारत में बड़े सम्मान के साथ स्वागत किया गया और इसमें भी सबसे आगे युवा वर्ग का बड़ हिस्सा शामिल था। साथ ही पुलवामा में शहीद हुए जवानों के सम्मान में युवाओं ने रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया। जिसे लेकर युवाओं में खासा उत्साह देखने को मिला। और युवाओं ने इसमें बढ़-चढ़कर भाग लिया। जब युवा सभी क्षेत्रों में अपना योगदान दे सकता है तो राजनीति में भी उसे मौका देना चाहिये। युवाओं की इसी जरूरत को देखते हुए Iyuva की शुरूआत की गई, जो युवाओं को राजनीति में उनका हक दिलाने की मांग करता है और युवाओं को राजनीति में 32% आरक्षण दिलाना चाहता है। इसीलिए युवाओं का साथ दें।