
आजादी की आस लिए आजादी की राह पर निकले थे आजाद। अंग्रेजों से लड़ने को उठे थे इस युवा के दो हाथ। जिन्होंने दिलाई थी भारत मां को आजादी, वो थे चंद्रशेखर आजाद।
वैसे भारत को आजाद करने के लिए बहुत से युवा क्रांतिकारियों ने अपना योगदान दिया। जिन्हें भारत कभी भूल नहीं सकता। उन्हीं युवा क्रांतिकारियों में से एक थे आजाद। जिन्होंने किए थे न्यौछावर देश की आजादी के लिए अपने प्राण। चंद्रशेखर 14 साल की उम्र में ही ब्रिटिश सरकार के खिलाफ चलाए जा रहे गांधी जी के असहयोग आंदोलन से जुड़ गए लेकिन उन्हें कुछ ही समय बाद गिरफ्तार कर लिया और भरी अदालत में उन्होंने अपनी शख्सियत का परिचय देते हुए अपना नाम ‘आजाद’, पिता का नाम ‘स्वतंत्रता’ और ‘जेल’ को उनका निवास बताया। इस तरह देश को आजाद कराने के जज्बे से भरे थे युवा चंद्रशेखर आजाद। युवा चन्द्रशेखर आजाद को उनकी 27 फरवरी की पुण्यतिथि पर शत शत नमन। साथ ही ऐसे ही युवा देश के लिए कार्य करते रहें इसलिए जरूरी है कि युवाओं को राजनीति में 32% आरक्षण के साथ लायें ताकि वह देश के लिए कुछ कर दिखाएं।